बतर्ज़ - ॐ जय जगदीश हरे......
ॐ जय बाबा बिरफानाथ, स्वामी जय बाबा बिरफा।
चरणों में माथ नवाऊं, आ के करो किरपा।।
ॐ जय बाबा.......
बीरपुर में तुम जन्मे, सारी दुनिया भरमे।
भगमीं चोला पाकर, दूजी बार जन्मे।।
ॐ जय बाबा........
जोगन एक कलालिन , जिसने तरक किया।
चिमटा धरती में गाढ़ा , नगर को गरक किया।।
ॐ जय बाबा.......
पंथ सनातन ऊँचा, तेरा झंडा फहराए।
सत्य की महिमा किन्हीं, दुनिया गुण गाए।।
ॐ जय बाबा........
शरण में लेकर गोरख, भव - सागर पार किया।
समाधि धारण किन्हीं शिव-लोक में वास किया।।
ॐ जय बाबा ..........
आपकी किरपा होवे , सच के रस्ते चलें।
पापों को ठुकरावें, जीवन सफल करे।।
ॐ जय बाबा........